
वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य की चाबी: शक्ति प्रशिक्षण
परिचय
“वो घर बहुत सुख और शांति में जीता है जिस घर का बुजुर्ग स्वस्थ होता है”
जीवन में यदि सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण कुछ है…तो वो है स्वास्थ्य। यदि स्वास्थ्य हमारा मित्र है तो हम जीवन में कठिन से कठिन युद्ध जीत सकते हैं। बीते सालों में कोविड महामारी; स्वास्थ्य के सबसे बड़े शत्रु के रूप में उभर कर आई। इस महामारी ने सबसे अधिक यदि किसी को प्रभावित किया तो वो थे वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizen)। इम्यून सिस्टम कमज़ोर होने के कारण इन्हें संकट से गुजरना पड़ा। आज हम इसी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए शक्ति प्रशिक्षण(Strength Training) का सहारा लेंगे और आपको बताएंगे कि शक्ति प्रशिक्षण वरिष्ठ लोगों के लिए कितना आवश्यक है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए शक्ति प्रशिक्षण केवल एक व्यायाम नहीं बल्कि जीवन की गुणवत्ता और दीर्घायु को बनाए रखने का अति आवश्यक साधन है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे शरीर में कई परिर्वतन होते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य और जीवनशैली पर प्रभाव डालते हैं। इस लेख में हम शक्ति प्रशिक्षण के फायदों को विभिन्न आयामों - सामाजिक, आर्थिक, मनोवैज्ञानिक, और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखेंगे।
शक्ति प्रशिक्षण के शारीरिक लाभ
● मांसपेशियों की मजबूती और हड्डियों का स्वास्थ्य:- उम्र के साथ साथ मांसपेशियों की कमजोरी और हड्डियों के घनत्व में कमी एक सामान्य प्रक्रिया है। शक्ति प्रशिक्षण मांसपेशियों की मजबूती को बनाए रखने और हड्डियों की घनत्व को बढ़ाने में मदद करता है।
● संतुलन और लचीलापन:- शक्ति प्रशिक्षण, शरीर के संतुलन और लचीलेपन को सुधारता है, शरीर एक निश्चित अनुपात में गति करता है। जिससे गिरने और चोट लगने का खतरा कम हो जाता है।
● हृदय स्वास्थ्य:-नियमित शक्ति प्रशिक्षण से हृदय की कार्यक्षमता में सुधार होता है और रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। हार्ट अटैक का खतरा बहुत हद तक कम हो जाता है।
सामाजिक आयाम
समाज में ऊर्जावान व्यक्तित्व सभी को मोह लेता है। बीमारियों से मुक्त व्यक्तित्व सभी को आकर्षित करता है। शक्ति प्रशिक्षण केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य तक सीमित नहीं रहता बल्कि यह सामाजिक जुड़ाव और सामुदायिक जीवन में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए समूह में प्रशिक्षण सत्र न केवल शारीरिक रूप से लाभकारी होते हैं बल्कि सामाजिक संबंधों को भी मजबूत बनाते हैं। यह अकेलेपन और अवसाद जैसी समस्याओं से निपटने में भी मदद करता है।
आर्थिक आयाम
आर्थिक जीवन शैली को दुरस्त करने के लिए, शारीरिक जीवन शैली का दुरुस्त होना बेहद जरूरी है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के कारण चिकित्सा खर्चों में काफ़ी कमी आती है। स्वस्थ वरिष्ठ नागरिक कम बीमार पड़ते हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत कम होती है। इससे स्वास्थ्य सेवाओं पर होने वाला व्यय कम होता है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार आता है।
मनोवैज्ञानिक आयाम
शक्ति प्रशिक्षण मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है। नियमित व्यायाम से एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, आत्म-सम्मान और आत्म-विश्वास में वृद्धि होती है, जिससे जीवन के प्रति दृष्टिकोण अधिक सकारात्मक होता है।


आध्यात्मिक आयाम
शक्ति प्रशिक्षण से मानसिक स्पष्टता और शांति मिलती है। नियमित व्यायाम ध्यान और योग के साथ जोड़कर किया जाए तो यह मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। यह जीवन के गहरे अर्थ को समझने और आत्मिक विकास में सहायक होता है।
निष्कर्ष
वरिष्ठ नागरिकों के लिए शक्ति प्रशिक्षण केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए नहीं, बल्कि मानसिक, सामाजिक, आर्थिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी महत्त्वपूर्ण है। यह जीवन को न केवल लंबा बल्कि ऊर्जावान और अर्थपूर्ण बनाता है। इसलिए, हमें अपने बुजुर्गों को शक्ति प्रशिक्षण के महत्व को समझाना और उन्हें प्रेरित करना चाहिए ताकि वे एक स्वस्थ, खुशहाल और पूर्ण जीवन जी सकें।